जयपुर- जयपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग पर्यटक स्थलों पर क्यूआर कोड के माध्यम से पर्यटक अपनी समस्याएं बता सकेंगे जिसके बाद पर्यटन विभाग इसे लेकर तुरंत कार्रवाई करेगा। प्रमुख शासन सचिव पर्यटन गायत्री राठौड़ ने बताया कि पर्यटन का सिरमौर राजस्थान पर्यटकों की पहली पसंद है। यहां आने वाले प्रत्येक पर्यटक हमारे अतिथि है। राठौड़ ने बताया कि अब क्यूआर कोड को स्कैन कर पर्यटक अपनी समस्याएं बता सकेंगे और इसे लेकर एक अभियान भी चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान पर्यटकों को फीडबैक फॉर्म देकर उनकी समस्याओं को जानकर उस पर कार्रवाई भी की जा रही है।उन्होंने बताया कि यह फीडबैक फॉर्म ऑफलाइन होने के साथ ही ऑनलाइन भी है। इस फीडबैक फॉर्म में एक क्यूआर कोड है जिसे स्कैन करने पर एक गूगल फॉर्म खुलेगा जिस पर पर्यटक अपनी शिकायतों के साथ साथ सुझाव दे सकते हैं। पर्यटकों द्वारा इस फीडबैक फॉर्म के जरिए पर्यटन स्थलों पर उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता का फीडबैक भी दिया जा सकता है। पर्यटन विभाग का कहना है कि राज्य में आने वाले प्रत्येक पर्यटक यहां यादगार पल बिताकर जाए। इसी भावना के अनुरूप प्रदेश में पर्यटकों व विशेषकर महिला पर्यटकों के साथ सम्मानजनक व संवेदनशील व्यवहार करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। जिसमें जयपुर समेत जोधपुर, जैसलमेर, उदयपुर, बीकानेर, अजमेर, भरतपुर सहित प्रमुख जिलों के पर्यटन स्थलों पर दुकानदारों, पर्यटक गाइड्स और आमजन को पर्यटकों से संवेदनशील व्यवहार करने का संदेश दिया गया।
निदेशक पर्यटन विभाग डॉ रश्मि शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को उपनिदेशक पर्यटन सहायता बल नारायण कुमार बाजिया के नेतृत्व में आमेर में लपकागिरी करते हुए महबूब खान नाम के एक व्यक्ति को पड़कर करवाई के लिए आमेर पुलिस थाने को सुपुर्द किया गया है। उन्होंने बताया कि आमेर किला मार्च पर पर्यटक गाइड को चेक करने पर पर्यटक गाइड रतनलाल सैनी के पर्यटक गाइड सम्बंधि लाइसेंस की अवधि मार्च 2023 में समाप्त होना पाया गया। इसके साथ ही उसे अवैध रूप से पर्यटक गाइड का काम करते हुए पकड़ा गया। जिसे करवाई के लिए आमेर पुलिस थाने को सुपुर्द किया गया। आमेर गांधी चौक पर पर्यटक गाइड चरण लाल बुनकर और अभिषेक सिंह शेखावत को आम सड़क पर पर्यटक वाहनों को रुकवाने तथा जबरदस्ती पर्यटक गाइड करते पाए जाने पर दोनों गाइड के लाइसेंस जप्त किए गए। इसी प्रकार जल महल पर दो नाबालिग बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाना चाह रहे थे उनको उपनिदेशक पर्यटन सहायता बल की ओर से समझाया गया तथा बिना अनुमति के ड्रोन ना उड़ने के लिए पाबंद किया।