जयपुर— जयपुर रग्स और धुन ने राजस्थान के कालीन बुनकरों की कला को आगे लाने के लिए 'ट्रेड सॉफ्टली' प्रदर्शनी लांच करने जा रही है। जिसका उद्देश्य राजस्थान में पारंपरिक कालीन बुनकरों की सहज रचनात्मकता को बढ़ावा देना है। जयपुर रग्स ने धुन जयपुर के साथ हाथ मिलाया है। जयपुर रग्स का कहना है कि 'ट्रेड सॉफ्टली' सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं है बल्कि राजस्थान के बुनकरों को संबल प्रदान करने के लिए एक बडा माध्यम है। जहां बुनकर अपनी क्षमताओं और कलात्मक डिजाइन्स को प्रदर्शित कर सकेंगे। भारत के प्रमुख कालीन निर्माता जयपुर रग्स ने प्रदर्शनी, 'ट्रेड सॉफ्टली' के लिए धुन जयपुर के साथ सहयोग किया है। इसके तहत ग्रामीण राजस्थान की महिला बुनकरों को धुन जयपुर में आमंत्रित किया गया है, जिससे उन्हें दैनिक जिम्मेदारियों से मुक्त एक स्थान मिलेगा, जो पूरी तरह से कला के निर्माण के लिए समर्पित है।
जयपुर रग्स की डिजाइन निदेशक कविता चौधरी का कहना है कि हमारा मकसद बुनकारों की कला का आगे बढाना है। क्योंकि प्रत्येक कारीगर अपने आप में एक कलाकार होता है। हम बुनाई की प्रक्रिया में रचनात्मकता का उपयोग करते हैं। जिसके कारण हमारे कारीगर दुनिया के सर्वोच्च वैश्विक डिजाइन पुरस्कार जीतते हैं। जिसमें जर्मन डिज़ाइन अवार्ड, एले डेकोर अवार्ड और लोवे फाउंडेशन क्राफ्ट पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार शामिल हैं। कविता चौधरी ने बताया कि'ट्रेड सॉफ्टली' प्रदर्शनी मार्च 2024 तक जनता के लिए खुली रहेगी।
जयपुर रग्स एक पारिवारिक व्यवसाय है, जो ग्रामीण शिल्प कौशल को मजबूती से साथ आगे बढ़ा रही है। जयपुर रग्स भारत में कारीगरों का सबसे बड़ा नेटवर्क है। जो 40,000 ग्रामीण कारीगरों के घरों में समृद्धि लाने का काम कर रही है। नेटवर्क में 90 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो हस्तनिर्मित कालीनों के सदियों पुराने कला रूप का उपयोग करता है। इसकी स्थापना नंद किशोर चौधरी ने 1978 में सिर्फ दो करघों के साथ की थी, अब इसके पास 7000 से अधिक करघे हैं और 80 से अधिक देशों में इसकी बिक्री होती है। आज कंपनी इस पैतृक शिल्प पर नई सोच के साथ काम करने में सक्षम रचनात्मक प्रतिभाओं के साथ साझेदारी करके कन्टेम्पररी वर्क आर्ट का निर्माण करती है।