प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया ने बताया कि बुधवार को राज्य कृषि प्रबंध संस्थान, दुर्गापुरा जयपुर में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के आतिथ्य में पीएम कुसुम सौर पम्प संयंत्र स्वीकृृति-पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया, समारोह में लगभग 500 कृषकों को राज्य कृषि प्रबंध संस्थान में आमंत्रित किया गया है, जिन्हें मुख्यमंत्री और कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल द्वारा स्वीकृति-पत्र प्रदान किये जायेंगे, जिलों में पंचायत समिति केन्द्रों पर कृषकों को आमंत्रित कर वीसी के माध्यम से जोड़ा जायेगा
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की उपलब्धता पर निर्भर नहीं रहना पड़े, इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों को खेतों में सोलर पम्प लगाने पर 60 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति हेतु राज्य मद से 45 हजार रूपये का प्रति कृषक अतिरिक्त अनुदान दिया जाता है
उन्होंने बताया कि सोलर पम्प के लिए लगभग 50 हजार किसानों को स्वीकृतियां जारी की गई है, जिस पर 1830 करोड़ रूपये का व्यय होगा, जिसमें से 908 करोड़ रूपये अनुदान के रूप में कृषकों को प्रदान कर लाभान्वित किया जायेगा, उक्त सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना से लगभग 200 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा
वैभव गालरिया ने कहा कि भारत सरकार की इस पहल का ही परिणाम है कि प्रदेश के किसान कृषि विद्युत कनेक्शन, डीजल चलित संयंत्रों एवं अन्य वैकल्पिक साधनों पर निर्भर रहने के बजाय सौर पम्प लगाने के लिए प्रेरित हो रहे है, सौर पम्पों का खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग होने से किसानों की बिजली पर निर्भरता कम हुई है, साथ ही हरित ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा मिल रहा है