जयपुर— विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर में पंचशील में साइंस पार्क और इसकी चारदीवारी की आधारशिला रखी। खास बात यह है कि अजमेर के साइंस पार्क को एक दर्जा बढ़ा कर ग्रेड दो का कर दिया गया है। अब इसके निर्माण पर करीब 28 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसमें तारामंडल सहित कई खासियतें होंगी। इस अवसर पर देवनानी ने कहा कि यह साइंस पार्क अजमेर के भविष्य की नींव है। वर्तमान युग विज्ञान का युग है। बच्चों को साइंस से जुड़ी जानकारियों में पूर्णतः अपडेट रहना चाहिए अजमेर के विद्यार्थियों और बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह साइंस पार्क नई जानकारियों का एक पूरा जहां खोलेगा। यहां साइंस से जुड़ी जिज्ञासाओं को समाधान होगा। बच्चों अपने आपको एक नई जानकारी से रूबरू जाएंगे। देवनानी ने कहा कि अजमेर का साइंस पार्क पर्यटन और रोजगार की दृष्टि से भी नई राह खोलेगा। यहां आने वाले पर्यटक होटल, परिवहन और खाद्य पदार्थों के व्यापार के लिए नए अवसर बनाएंगे। यह स्कूलों में भी एक नई सोच को बढ़ावा देगा। देवानानी ने कहा कि अजमेर का साइंस पार्क कई तरह से अनूठा होगा। इसमें एक आडिटोरियम, एक साइंस एक्टीविटी लैब, गार्डन, प्रशासनिक भवन, आउटडोर माॅडल, माॅडल डवलपमेंट लैब और एक्टीविटी एरिया भी होगा।
उन्होंने बताया कि अजमेर साइंस पार्क में विभिन्न सुविधाओं के साथ तारामंडल भी होगा। यानि यहां आने वाले पर्यटक और बच्चे गैलेक्सी का नजारा भी देख सकेंगे। तारामंडल के कारण पार्क की लागत 15.20 करोड़ रूपये से बढ़कर 28 करोड़ रूपये होने जा रही है। इसके साथ ही अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा यहां चारदीवारी का निर्माण भी करवाया जा रहा है। 28 करोड़ से ज्यादा की लागत से दो चरणों में बनकर तैयार होने वाले साइंस पार्क का आकार 20 हजार वर्गमीटर है। अजमेर में बनने वाला साइंस पार्क पश्चिमी भारत में सबसे आधुनिक होगा। यहां विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण व सोच जगाने के लिए कई आयाम स्थापित किए जाएंगे। साइंस पार्क में एक क्रिएटिविटी जोन बनेगा, जहां विद्यार्थी अपनी विज्ञान सोच और क्षमता को विकसित कर सकेंगे। इसमें थीम बेस पार्क, फन साइंस पार्क, आउटडोर साइंस पार्क, तारामण्डल, एक्जीबिट लैब सहित अन्य खासियतें भी होंगी। भौतिक और गणित से जुड़े विभिन्न माॅडल्स भी प्रदर्शित होंगे। भवन को भारतीय स्थापत्य शौलियों के अनुसार डिजाइन किया जा रहा है।