जयपुर— पेपर लीक को लेकर सरकार की ओर से बनाई गई एसआईटी की टीम ने बडी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अतिरिक्त महानिदेशक एटीएस एवं एसओजी वीके सिंह ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा 2020 की परीक्षा के प्रश्न पत्र को परीक्षा से पूर्व शहीद मेजर दिग्विजयसिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा, जयपुर से बाहर निकलवाने वाले कुख्यात पेपर लीक माफिया जगदीश विश्नोई को जयपुर (पूर्व) में गिरफ्तार किया गया। जगदीश विश्नोई गत करीब 3 वर्ष से फरार था। पूर्व में जगदीश विश्नोई करीब 1 दर्जन से अधिक नकल एवं पेपर लीक संबंधी प्रकरणों में गिरफ्तार हो चुका है। वीके सिंह ने बताया कि जगदीश विश्नोई पेपर लीक करने वाली गैंग का सरगना है। इसकी गैंग में हर्षवर्धन पटवारी, राजेन्द्र कुमार यादव अध्यापक के साथ-साथ अन्य कई शातिर अपराधी शामिल है। जगदीश विश्नोई अपनी गैंग के साथ मिलकर पेपर लीक करने का कार्य "ऑर्गेनाईज्ड वे" में लंबे समय से कर रहा है। जगदीश विश्नोई ने शहीद मेजर दिग्विजयसिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा, जयपुर में अपने एक सहयोगी को भेजकर गैंग के सदस्य इस स्कूल के अध्यापक राजेन्द्र कुमार यादव की मदद से पेपर का फोटो करवाकर पेपर को स्कूल से बाहर निकलवाया था। जगदीश विश्नोई ने इसके बदले में राजेन्द्र कुमार यादव को 10 लाख रूपये दिये थे। जगदीश विश्नोई ने उक्त प्रश्न पत्र अपनी गैंग के सदस्य हर्षवर्धन मीणा के पास जरिये व्हाटसअप भिजवाया था।
जगदीश विश्नोई व हर्षवर्धन ने करोडों रूपये लेकर अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया। जगदीश विश्नोई करीब डेढ़ दशक से ज्यादा समय से पेपर लीक करने के अपराध को अंजाम दे रहा है। जगदीश विश्नोई को दिनांक 28.02.2024 को एसआईटी टीम ने जवाहर कला केन्द्र जयपुर से दस्तयाब किया था जिसे बाद पूछताछ दिनांक 29.02.2024 को गिरफ्तार किया गया। हर्षवर्धन व राजेन्द्र कुमार यादव पूर्व से गिरफ्तार होकर पुलिस अभिरक्षा में है। इस गैंग के अन्य सदस्य राजेन्द्र कुमार यादव उर्फ राजू, शिवरतन मोट व रमेश कालेर गिरफ्तार होकर पुलिस अभिरक्षा में है।
अब तक इस प्रकरण में 30 अभियुक्त गिरफ्तार किये जा चुके है। अभी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी शेष है।