जयपुर— राजस्थान के नए मुख्य सचिव सुधांश पंत ने साल के पहले दिन सचिवालय में पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद सुधांश पंत ने कहा कि राज्य सरकार की योजनओं को किस तरह से धरातल पर लाया जाए और राजस्थान के हर व्यक्ति तक इन योजनओं का लाभ पहुंचे इसे लेकर वे काम करेंगे। दरअसल शनिवार को ही सुधांश पंत दिल्ली से रिलीव हुए थे और केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को उनकी सेवाएं लौटाई थी। इससे पहले भी सुधांश पंत राजस्थान में अलग—अलग विभागों में अपनी सेवाएं दे चुके है लेकिन कांग्रेस शासन में वे दिल्ली चले गए थे।
राजस्थान में जब कांग्रेस की सरकार थी तब सुधांश पंत और तत्कालीन जलदाय मंत्री महेश जोशी के बीच काफी अनबन चल रही थी इसके अलावा लगातार होते तबदलों से परेशान होगा सुधांश पंत राजस्थान से दिल्ली चले गए थे। जहां उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा दिया गया। जैसे ही राजस्थान में सरकार बदली तभी से सुधांश पंत को लेकर चर्चाएं शुरू हो चुकी थी कि उन्हें सीएस बनाया जा सकता है। इससे पहले सुधांश पंत राजस्थान में अलग—अलग जिलों में कलक्टर भी रहे चुके है।
1991 बैच के अफसर पंत अब राज्य की ब्यूरोक्रेसी के नए बॉस हो गए हैं। सुधांश पंत के अलावा ऐसे भी आईएएस है वरिष्ठता के मामले में पंत से आगे है लेकिन सरकार ने वरिष्ठता लांघकर सुधांश पंत को मुख्य सचिव बनाया है। 1991 बैच के IAS सुधांश पंत वरिष्ठता में 7वें नंबर पर हैं। जबकि इससे पहले 1988 बैच के डॉक्टर सुबोध अग्रवाल है,1989 बैच के वी श्रीनिवास हैं,1989 बैच की शुभ्रा सिंह ,1989 बैच के राजेश्वर सिंह हैं। पांचवें नम्बर पर 1989 बैच के रोहित कुमार सिंह, जो दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उसके बाद छठे नंबर पर 1990 बैच के संजय मल्होत्रा है, वह भी दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे हैं।