जयपुर. प्रदेश की भजनलाल सरकार ने आज अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। इस दौरान वित्त मंत्री दिया कुमारी ने विधानसभा में बजट पेश किया। जहां हर वर्ग के लिए घोषणाएं की गई। बजट के दौरान वित्त मंत्री दिया कुमारी ने मंडी कारोबारियों को लेकर भी बडी घोषणाएं की। जिसमें गुड और चीनी से टैक्स हटाया गया है। मामले को लेकर राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार महासंघ का कहना है कि पिछले कुछ समय से करोबारी गुड और चीनी से मंडी टैक्स हटाने की मांग कर रहे है। कारोबारियों का कहना है कि चीनी तथा गुड़ पर राजस्थान के अलावा कहीं भी मण्डी टैक्स नहीं है। इसके कारण राजस्थान के व्यापारियों के व्यापार पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा था। महाराष्ट्र एवं उत्तरप्रदेश के लोग सीधे आकर यहां गुड़.चीनी बेच जाते हैं। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमेन एवं भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता का कहना है कि गुड़.चीनी पर मण्डी टैक्स हटाने के कारण मण्डी में कार्य कर रहे व्यापारियों का व्यापार चैगुणा हो जायेगा। असामाजिक तत्व जो इस व्यापार में हावी हो गये थे उनका वर्चस्व खत्म हो जायेगा। तथा राज्य सरकार को अधिक जीएसटी मिलेगा।
मंडी कारोबारियों का कहना है कि यदि आज से 15 साल पहले की बात करें तो गुड़.चीनी पर मण्डी समितियों को 80 करोड़ से भी ज्यादा टैक्स मिलता था। धीरे.धीरे यह व्यापार असामाजिक तत्वों के हाथ में चला गया और मण्डी के बाहर व्यापार होने लगा। राज्य सरकार द्वारा गुड़.चीनी पर मण्डी टैक्स हटाये जाने पर मण्डी में व्यापार बढ़ेगा और राज्य की मण्डियों में प्रतिदिन 40 हजार कट्टे चीनी का व्यापार प्रारम्भ हो जायेगा। जिससे मुनीमों लेखाकारों पल्लेदारों आदि को रोजगार मिलेगा। इस निर्णय के लिये राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ राज्य सरकार का आभारी है