जयपुर— पेपर लीक मामले पर राजस्थान में लगातार बडी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है और अब तक पुलिस ने कई आरोपियों का गिरफ्तार किया है। एसआई भर्ती में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद राजस्थान में भूचाल आ गया है अब सिर्फ एसआई भर्ती ही नहीं कांग्रेस सरकार के दौरान 5 साल में हुई तमाम भर्तियों को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं और सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा दो बार आयोजित की गई जेईएन भर्ती परीक्षा, जिसको लेकर पिछले 4 सालों से युवा आवाज तो उठा रहे थे लेकिन इस आवाज को बल मिला है बीजेपी राज में। दरअसल सत्ता में आने से पहले भाजपा सरकार ने कहा था कि सरकार बनने पर पेपर लीक माफियाओं की कमर तोडी जाएगी और जैसे ही प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ उसके बाद भाजपा सरकार ने पेपर लीक को लेकर एक एसआईटी का गठन किया जिसके बाद एसआईटी लगातार कार्रवाईयों को अंजाम दे रही है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 1 हजार 98 पदों के लिए साल 2020 में जेईएन भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था, जिसकी परीक्षा का आयोजन 6 दिसम्बर 2020 को दो पारियों हुआ था, सुबह डिग्री का पेपर हुआ था वो सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल गया था, जबकि शाम को डिप्लोमा का पेपर आयोजित किया गया था। जेईएन डिग्री का पेपर आयोजित होने से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर वायरल होने के बाद इस मामले की जांच एसओजी की सौंपी गई थी और एसओजी ने प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक होने के चलते 29 दिसम्बर 2020 को जेईएन डिग्री का पेपर रद्द करने का फैसला लिया, वहीं डिप्लोमा का पेपर एसओजी ने लीक नहीं माना था
29 दिसम्बर 2020 को डिग्री का पेपर रद्द होने के बाद बोर्ड की ओर से फिर से इस पेपर को आयोजित करवाने का फैसला लिया गया और 12 सितम्बर 2021 को फिर से डिग्री का पेपर आयोजित किया गया लेकिन पेपर आयोजित होने से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल हुए जिसकी शिकायत सांगानेर थाने के साथ ही एसओजी को दी गई थी। 12 सितम्बर 2021 को आयोजित हुए पेपर के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद युवाओं ने करीब 3 से 4 महीनों तक गांधी नगर स्थित विधायक आवास के बाहर धरना देकर अपनी मांग को उठाया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया
2020 में डिग्री का जो पेपर लीक हुआ था उसमें आरोपी बनाए गए अभ्यर्थी वापस से 2021 की परीक्षा में शामिल हुए और विडम्बना देखिए उन अभ्यर्थियों ने 2021 की परीक्षा में टॉप भी किया इसमें पीडब्ल्यूडी, डब्ल्यूआरडी, पीएचईडी, एग्रीक्लचर मार्केटिंग बोर्ड Rsmab के टॉपर्स पर बड़े सवाल खड़े हुए। जेईएन भर्ती की अगर बात की जाए तो 1 हजार 98 पदों पर आयोजित हुई इस परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने अपना प्रोबेशन पीरियड पूरा करते हुए नौकरी का सफर भी पूरा कर लिया है तो वहीं तीन साल बाद भी आंदोलन कर रहे युवाओं ने अभी तक हार नहीं मानी है। एसआई भर्ती 2021 में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद एक बार फिर से जेईएन भर्ती पेपर लीक को लेकर मांग तेज होने लगी है, युवाओं की ओर से सोशल मीडिया पर लगातार #JEN_भर्ती_रद्द_करो के जरिए अपनी मांग उठा रहे हैं