जयपुर- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि पेपर लीक के दर्ज प्रकरणों में एक माह पहले ही एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी की रिपोर्ट आने पर इन प्रकरणों में आगे कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों पर गृह मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 दिसंबर को शपथ ली थी। इसके तुरन्त बाद ही अगले ही दिन 16 दिसंबर को एसआईटी तथा इसके बाद एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया। उन्होंने पेपर लीक प्रकरणों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2021 में 5 बड़े पेपर लीक हुए, वर्ष 2022 में 10 तथा वर्ष 2023 में 5 पेपर लीक हुए। उन्होंने बताया कि नई राज्य सरकार के गठन के बाद 2 पेपर हो चुके हैं और पेपरलीक का कोई मामला सामने नहीं आया है। खींवसर ने कहा कि एक जनवरी 2014 से आज तक पेपर लीक के कुल दर्ज 33 प्रकरणों में से 32 मामलों में चालान पेश हो चुका है तथा एक प्रकरण में उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश है। इन प्रकरणों में 615 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इन प्रकरणों में 49 सरकारी कार्मिक जिनमें अधिकतर अध्यापक हैं उनमें से 11 को सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
इससे पहले विधायक हनुमान बेनीवाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने अवगत कराया कि राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक से सम्बन्धित घटनाओं मे वृद्धि को देखते हुए पेपर लीक की रोकथाम एवं इसके सम्बन्ध में दर्ज मामलों में त्वरित जांच एवं दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किए जाने के लिए राज्य सरकार के आदेश 15 दिसंबर 2023 द्वारा एसआईटी का गठन किये जाने के निर्देश दिए थे जिसकी पालना में पुलिस महानिदेशक के आदेश 16 दिसंबर 2023 द्वारा श्री वीके सिंह अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, तकनीकी सेवाएं ;टेलिकम्यूनिकेशन एवं टेक्निकल के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया है। उन्होंने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के गठन का आदेश सदन के पटल पर रखा।
खींवसर ने बताया कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा वर्तमान में राजस्थान पुलिस कानिस्टेबल भर्ती परीक्षा,सीएचओ भर्ती परीक्षा 2020, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022, रीट भर्ती परीक्षा 2021, कनिष्ठ अभियंता डिग्री भर्ती परीक्षा 2020 हाई कोर्ट लिपिक भर्ती परीक्षा 2020 की जाँच की जा रही है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में एक जनवरी 2014 से आज तक पेपर लीक के कुल दर्ज 33 प्रकरणों में 615 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें से 32 प्रकरणों में चालान पेश किया जा चुका है तथा एक प्रकरण में अनुसंधान जारी है। उन्होंने इसका विवरण सदन के पटल पर रखा