जयपुर— इंडिया स्टोन मार्ट 2024 की शुरूआत राजधानी जयपुर में हुई। चार दिन तक चलने वाले इस स्टोन मार्ट में देश विदेश के हजारों एग्जिबिटर्स भाग लेंगे। इस स्टोन मार्ट के उद्धाटन सत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है तथा इसकी अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य में वाइब्रेंट गुजरात की तर्ज पर उद्योग समिट का आयोजन किया जाएगा जिससे उद्यमियों को राज्य में निवेश के समुचित अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों को विभाग से जुड़ी सभी क्लियरेंस एक ही छत के नीचे देने के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम को अब प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि वे राज्य में निवेश के लिए आगे आएं, राज्य सरकार उद्यमियों की हर संभव मदद के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। इस भव्य मंदिर में राजस्थान का गुलाबी पत्थर तथा मार्बल उपयोग में लिया गया है, जो हम सभी के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि राज्य में पत्थर उद्योग को विश्व के मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित करने में इंडिया स्टोनमार्ट एक मील का पत्थर साबित हुआ है। राज्य का पत्थर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय है तथा इसकी आपूर्ति राज्य के उद्यमियों द्वारा भरपूर फलीभूत की जा रही है।
शर्मा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से उद्योगों से निकलने वाले वेस्ट को रिसाइकल करना बहुत आवश्यक है। इस तरह के वेस्ट को उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकता है, जैसा की वर्तमान में किशनगढ़ मार्बल की स्लरी का उपयोग उद्योग के रूप में किया गया। उन्होंने उद्योग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि जिस भी स्थान पर उद्योग लगाया जाता है वहां पर न केवल वहां कार्य कर रहे लोगों बल्कि आस पास के सभी लोगों को रोजगार प्राप्त होता है जिससे वहां आर्थिक समृद्धि फैलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में जहां राज्य मार्बल तथा सेंडस्टोन के लिए जाना जाता था, पर कुछ दशकों से राज्य में ग्रेनाइट उद्योग का भी तेजी से विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में पत्थर उद्योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा राज्य में पत्थर उद्योग से प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष तौर पर 10 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है।
वहीं उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि अगले 5 साल में पत्थर उद्योग में रिकॉर्ड वृद्धि हासिल करने का विभाग ने संकल्प लिया है। उन्होंने उद्यमियों की तारीफ करते हुए कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के संकल्प को कारीगरों द्वारा ही साकार किया जा रहा है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाएगा, जिससे उद्यमियों को राज्य में निवेश का सकारात्मक माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य में पत्थर उद्योग के साथ नव्यकरणीय ऊर्जा, जवाहरात, खनन सहित विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें सरकार द्वारा और अधिक विकसित करने पर जोर दिया जाएगा।