जयपुर— राज्य सरकार द्वारा राजस्थान इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांस्फॉरमेशन एण्ड इनोवेशन 'रीति' का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष होंगे। 'रीति' का कार्य विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के विकास के लिए नीति तैयार कर सुझाव देना होगा। इसके अतिरिक्त विकसित राजस्थान 2047 का निर्माण तथा नीति निर्धारण, राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की क्रियान्विति की समीक्षा कर उनमें सुधार के लिए सुझाव देना तथा देश- विदेश में सफल नीतियों का अध्ययन कर राज्य में लागू किये जाने के संबंध में सुझाव देना आदि कार्य भी 'रीति' द्वारा किया जाएगा। आयोजना विभाग के संयुक्त शासन सचिव सुशील कुमार कुलहरी ने बताया कि आयोग के उपाध्यक्ष तथा पूर्णकालिक सदस्य का मनोनयन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा जो ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञ, लोकसेवक, समाज सेवक अथवा उद्यमी होंगे। इसके अतिरिक्त विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में विभिन्न विषयों से संबंधित प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोजना विभाग के प्रशासनिक सचिव, रीति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी सेवा के संयुक्त शासन सचिव स्तर के अधिकारी इसके अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे। साथ ही रीति की बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा नामित मंत्रीगण को भी आमंत्रित किया जा सकेगा। कुलहरी ने बताया कि पूर्व में गठित 'मुख्यमंत्री राजस्थान आर्थिक सुधार सलाहकार परिषद्' के स्थान पर 'रीति' का गठन किया गया है।
आरटीडीसी द्वारा गुरुवार 14 मार्च को पड़ाव कैफेटेरिया, नाहरगढ़, जयपुर में "आरटीडीसी कॉन्क्लेव 2024" का आयोजन किया जा रहा है। राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) की प्रबंध निदेशक अनुपमा जोरवाल ने बताया कि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं पशुपालन मंत्री जोरा राम कुमावत विशिष्ट अतिथि होंगे। कॉन्क्लेव में निगम की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं गौरव पूर्ण यात्रा के बारे में एवं साथ ही साथ प्रमुख होटल्स के बारे में भी विस्तृत बताया जाएगा। पड़ाव कैफेटेरिया पर आरटीडीसी एवं जयपुर डेयरी के संयुक्त तत्वावधान में स्थापित किये जा रहे सरस पार्लर का भी उद्घाटन किया जाएगा। कार्यक्रम में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय प्रमुख व्लोगर्स एवं पत्रकारों के साथ भी संवाद किया जाएगा।