जयपुर— स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने मंगलवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में आरकेएसएमबीके आकलन 2 का परिणाम शिक्षक एप पर लाइव जारी किया।
जैन ने बताया कि राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (आरकेएसएमबीके) के अन्तर्गत आकलन 2 का आयोजन 6 व 7 फरवरी को किया गया था। आकलन 2 का परिणाम अभिभावक शाला दर्पण के शाला संवाद मॉड्यूल के माध्यम से देख एवं डाउनलोड कर सकते हैं। ब्लॉक, जिला व संभाग स्तर के अधिकारी भी शाला दर्पण लॉगिन पर उपलब्ध रिपोर्ट के आधार पर त्वरित मॉनिटरिंग कर सकेंगे। इस दौरान आरकेएसएमबीके आकलन 2 के परीक्षा परिणाम पर चर्चा करते हुए जैन ने कहा कि एआई आधारित तकनीक के माध्यम से विभाग में कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों की अंग्रेजी, हिन्दी व गणित के विभिन्न स्किल्स पर प्रदर्शन शिक्षक ऐप पर उपलब्ध कराया गया है। इसमें समग्र योग्यता-वार प्रदर्शन, छात्र समूह की सिफारिशें, मुख्य दक्षताओं के लिए 'कैसे पढ़ाएं' वीडियो और वर्कशीट सहित शिक्षण योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने विद्यालय स्तर पर टीचर अंगेजमेंट तथा पेरेन्ट अंगेजमेंट को ओर बढ़ाने के निर्देश दिए। विभाग ने एआई तकनीक से 5 लाख ओसीआर शीट्स का विश्लेषण कर विस्तृत डेटा शिक्षक एप तथा सभी जिला व ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को शाला दर्पण लॉगिन पर उपलब्ध करवाया है। विभाग में कक्षा 3 से 8 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे इस डेटा से उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय के अन्तर्गत विभिन्न दक्षताओं में ग्रेड से पिछड़ रहे बच्चों के दक्षता विशेष को बढ़ाने के प्रयासों पर फोकस करें। प्रत्येक शिक्षक द्वारा बच्चों की क्षमता संर्वधन हेतु नियमित प्रयास किए जाएं। साथ ही शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे अभिभावकों को बच्चों का रिपोर्ट कार्ड फोन पर देखने व डाउनलोड करने की प्रक्रिया से परिचित करवाएं।
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सकारात्मक माहौल बनाने में शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करें। इस अवसर पर जैन ने कहा कि शिक्षा विभाग तथा समग्र शिक्षा द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उपलब्ध करवाई जा रही वर्कबुक, क्वेश्चन बैंक, विद्यार्थियों के लिए डायरी, हॉलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड का नियमित व समयबद्व कार्यक्रम के अनुरूप उपयोग सुनिश्चित किया जाए। शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, कार्मिक सभी निर्धारित योग्यताओं से युक्त हैं। शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों की क्षमताओं में अभिवृद्वि की जानी आवश्यक है। इन सभी के द्वारा वर्क कल्चर को बदलने की आवश्यकता है।