बीकानेर शिक्षा निदेशालय पर बीते कई दिनों से पीटीआई भर्ती से जुडे अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे है। पीटीआई भर्ती से जुडे अभ्यर्थी भर्ती में फर्जीवाडे का आरोप लगा रहे है और भर्ती परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहे है। वंचित अभ्यर्थियों का कहना है कि पीटीआई भर्ती-2022 की परीक्षा में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है, जिसके सबूत उन्होंने पूर्व चेयरमैन को दिए और उन्होंने निदेशालय के चेयरमैन ने भी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा की बात को स्वीकार किया है लेकिन इसके बाद भी विभाग भर्ती परीक्षा को निरस्त नहीं कर रहा है। ऐसे में वंचित अभ्यर्थी पिछले कुछ दिनों से बीकानेर शिक्षा निदेशालय पर धरना दिए बैठे है। अभ्यर्थियों का कहना है कि केवल पीटीआई भर्ती परीक्षा नहीं, बल्कि अन्य कई भर्तियों में फर्जीवाड़ा हुआ है, जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, ताकि आगे से इस प्रकार के फर्जीवाड़े की पुनरावृत्ति नहीं हो।
पीटीआई अभ्यर्थी बीकानेर शिक्षा निदेशालय पिछले कई दिनों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय के आगे धरने पर बैठे है। वंचित अभ्यर्थियों अभ्यर्थियों का कहना है कि फर्जीवाडे के सबूत देने के बाद भी शिक्षा विभाग सुनवाई नहीं कर रहा। अभ्यर्थियों ने बताया कि पीटीआई भर्ती परीक्षा में करीब तीन सौ से चार सौ अभ्यर्थी फर्जी पाए गए, जिसका ब्यौरा विभाग के पास होते हुए भी विभाग ने बिना कोई जांच करवाये उन्हें नियुक्ति दे दी गई, जिसके कारण मेहनत करने वाले अभ्यर्थी पीछे रह गए। अभ्यर्थियों ने बताया कि फर्जी तरीके से नियुक्त हुए अभ्यर्थियों की जांच कर उनकी नियुक्ति रद्द करने सहित इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर वे पिछले छ: माह से बीकानेर शिक्षा निदेशालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे है और 13 दिसंबर से लगातार यहां अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके बावजूद उनकी मांगों को सुना नहीं जा रहा।