जयपुर— राजस्थान के स्कूलों में खेलकूद को बढ़ावा देने और खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और स्टेयर्स फाउंडेशन प्रदेश में एक अभिनव पहल के तौर पर "बाउंस ऑफ जॉय" कार्यक्रम लॉन्च किया गया है। इसकी शुरुआत सोमवार को स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने की। इस रणनीतिक साझेदारी से प्रदेश के स्कूलों में खेलों के माध्यम से समग्र विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव जैन ने कहा कि 'बाउंस ऑफ जॉय' कार्यक्रम के माध्यम से हमारी स्कूलों के शारीरिक शिक्षकों विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे विद्यालयों में युवा खेल प्रतिभाओं को तराश कर मैदान के अंदर और बाहर चैंपियनों की एक पीढ़ी का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि खेलों को शिक्षा में एकीकृत करने से न केवल शारीरिक कल्याण को बढ़ावा मिलता है, बल्कि इससे विद्यार्थियों में अनुशासन, टीम वर्क और लचीलापन के गुणों का विकास होता है। यह एक मजबूत खेल राष्ट्र के रूप में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। शासन सचिव ने कहा कि 'बाउंस ऑफ जॉय' कार्यक्रम के तहत पूरे राजस्थान में 100 स्कूल और 132 शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का पायलट चरण में 'नीड—गेप एनालिसिस' के आधार पर चयन किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि समर्पित कोच और प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का यह बैच स्कूलों में खेलकूद को प्रोत्साहन देते हुए प्रदेश में खेलों में की सफलता नई कहानी लिखेगा। इस कार्यक्रम के लिए चयनित शारीरिक शिक्षा शिक्षक 'बाउंस ऑफ जॉय' के पीछे प्रेरक शक्ति के रूप में काम करेंगे। राजस्थान में खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण को दोहराते हुए, आईटीसी लिमिटेड के सीओओ अली हैरिस शेरे ने कहा कि राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग और स्टेयर्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी इस परिवर्तनकारी पहल को शुरू करते हुए आईटीसी को बहुत गर्व है। यह कार्यक्रम युवा विकास और सामुदायिक भागीदारी के लिए आईटीसी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। स्टेयर्स फाउंडेशन के अध्यक्ष सिद्धार्थ उपाध्याय ने कहा कि 'बाउंस ऑफ जॉय' कार्यक्रम के जरिए हमारा लक्ष्य शारीरिक शिक्षा शिक्षकों को सशक्त बनाकर उनके माध्यम से खेलकूद के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना है। भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध, हमारा कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में हमारे देश की सफलता में योगदान देगा।
बाउंस ऑफ जॉय' का उद्देश स्कूल चयन प्रक्रिया के साथ, 'बाउंस ऑफ जॉय' शिक्षकों की पहचान पर जोर देता है। शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षकों को न केवल उनकी पेशेवर विशेषज्ञता के लिए बल्कि शिक्षा में खेलों को बढ़ावा देने के प्रति उनके अटूट समर्पण के लिए भी चुना जाता है। समग्र विकास को बढ़ावा देने के जुनून के साथ विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध प्रशिक्षकों का एक विशेष कैडर तैयार करना है। इन चयनित शिक्षकों की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए खस प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया गया है। यह मॉड्यूल, विशेष रूप से राजस्थान और भाग लेने वाले स्कूलों की विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें शिक्षकों को पाठ्यक्रम में खेलों को सहजता से एकीकृत करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने पर जोर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, 'बाउंस ऑफ जॉय' में खेल शिक्षा के दायरे से परे, छात्र कल्याण के व्यापक पहलुओं को समाहित किया गया है। इस मॉड्यूल में पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और जीवन कौशल जागरूकता जैसे पहलुओं को एकीकृत किया गया है। इसके तहत पेशेवर फुटबॉल प्रशिक्षकों की एक समर्पित टीम राज्य भर में 100 से अधिक कक्षाओं का संचालन करेगी। इसमें प्रशिक्षण गोलपोस्टों का वितरण और संयोजन, सभी भाग लेने वाले स्कूलों में एक समान और उच्च गुणवत्ता वाला बुनियादी ढांचा प्रदान करना, पेशेवर-ग्रेड फुटबॉल वितरित करने से लेकर सुलभ खेल उपकरणों के मानक को बढ़ावा देने जैसी गतिविधियां शामिल है।