जयपुर— शाहपुरा में मानसिक स्वास्थ्य और उसके समाधान को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ लोकेंद्र शर्मा ने कहा कि बहुत सी समस्याओं का समाधान हम अपने आप ही कर सकते है। उसके लिए जरूरी है कि हम मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। डॉ शर्मा ने नर्सिंग कॉलेज से आए छात्र छात्राओं को समबोधित करने हुए कहा कि हम किसी भी बात का समाधान तभी कर सकते है जब हम मानसिक तौर पर सकारात्मक विचारों के साथ ताजा हों। उन्होंने कहा कि आज जो सुसाइड के मामले सामने आ रहे है उसके पीछे बहुत बड़ा कारण मानसिक अस्वस्थता होना है। उन्होंने यह भी कहा आने वाला समय इस प्रकार का है कि हमें हर फिल्ड में इलाज करना आना चाहिए। इस अवसर पर डॉ विशाल शर्मा ने कहा कि यह देखा गया है कि हम हर बीमारी में एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग अधिक करते है। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए, एंटीबायोटिक दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। यदि हम इनका अधिक उपयोग करेगें तो एक समय के बाद इनका असर भी नहीं होगा और इनका साईड इफेक्ट भी शरीर पर होने लगेगा। इसलिए जितना हो सके एंटीबायोटिक दवाओं से बचना चाहिए।
डॉ राजवीर सिहं राठौड़ ने कहा कि जब हम लम्बे समय तक काम करते है तो हमारा शरीर और दिमाग थकान महसूस करने लगता है। इसके लिए कुछ समय आराम करना भी जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें ऐसे दोस्त भी रखने चाहिए जिनसे हम अपनी सभी बाते कह तथा सुन सके। ऐसा करने से बहुत सी बातों या समस्याओं का समाधान हो जाता है। डॉ कमलेश बिश्नोई ने कहा कि जीवन की उपलब्धि कुछ भी हो सकती है लेकिन श्रेष्ठ जीवन के लिए नॉरमल रहना भी एक उपलब्धी है। डा धर्मेन्द्र गुप्ता ने कहा कि मन मस्तिष्क स्वस्थ रहेगा तो उसका हमारे पूरे शरीर पर असर पड़ेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ रजनीश शर्मा ने कहा कि हमारा उदेश्य प्रत्येक प्राणी सुखी एवं स्वस्थ हो। स्वस्थ व्यक्ति से ही समाज एवं राष्ट्र की सेवा की आशा की जा सकती है।