जयपुर (संदीप अग्रवाल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 5 जनवरी से तीन दिन के राजस्थान दौरे पर रहेंगे। उनके साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह ( AMIT SHAH ) और अजित डोभाल ( AJIT DOVAL ) भी मौजूद रहेंगे। राजधानी में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM NARENDRA MODI ) तीन दिन तक ठहरेंगे। झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में महानिदेशक-महानिरीक्षक सम्मेलन के दौरान पहले 6 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी के आने का कार्यक्रम था, लेकिन अब प्रधानमंत्री 5 जनवरी की दोपहर को ही जयपुर आ जाएंगे। इसमें सबसे खास बात ये रहेगी की प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार मोदी बीजेपी के प्रदेश कार्यालय जाएंगे, जहां पर मोदी नव निर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करेंगे। देश में हर साल आयोजित होने वाली डीजीपी कॉन्फ्रेंस की मेजबानी इस बार राजस्थान करने जा रहा है। जयपुर में आयोजित होने वाली 58वीं ऑल इंडिया डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस में देशभर के डीजीपी हिस्सा लेंगे। राजस्थान में भजनलाल सरकार बनने के बाद प्रदेश में यह पहला बड़ा आयोजन होने जा रहा है। 5 जनवरी से 7 जनवरी तक चलने वाली यह कॉन्फ्रेंस राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में होगी। कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी सहित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शिरकत करेंगे। इनके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल होंगे।
राजधानी में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन दिन तक ठहरेंगे। झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर ( RIC ) में महानिदेशक-महानिरीक्षक ( DG/IGP ) कांफ्रेंस में हिस्सा लेंगे। कॉन्फ्रेंस के दौरान पहले 6 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी के आने का कार्यक्रम था, लेकिन अब प्रधानमंत्री 5 जनवरी की दोपहर को ही जयपुर आ जाएंगे और 7 जनवरी को वापस लौटेंगे। प्रधानमंत्री के जयपुर में एक दिन के कार्यक्रम के बढऩे पर एसपीजी (SPG) ने उनकी सुरक्षा को लेकर मंगलवार को उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग में जयपुर कमिश्नरेट ( JAIPUR COMMISSIONERATE ), पुलिस मुख्यालय ( POLICE HEADQUARTERS ) व अन्य सुरक्षा एजेन्सियों के अधिकारियों के अलावा अन्य सरकारी विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
शुक्रवार यानी 5 जनवरी को प्रदेश की राजधानी जयपुर में देश के तमाम DG/IGP रैंक के आईपीएस मौजूद रहेंगे। अन्य राज्यों के DG/IGP जयपुर के आरईसी यानी राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होने वाली DGP/IGP कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के साथ अजित डोभाल भी मौजूद रहेंगे। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा, आतंकवाद, उग्रवाद से निपटने और साइबर सुरक्षा जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत करने, साइबर अपराध, आतंकवाद, जेल सुधार, वामपंथी उग्रवाद या नक्सलवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित पुलिसिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के कई अन्य पहलुओं पर इस सम्मेलन में चर्चा की जाएगी। अन्य राज्यों के डीजीपी व अन्य अधिकारी 5 जनवरी से 7 जनवरी तक आयोजित सम्मेलन में शामिल होने के लिए 4 जनवरी को ही जयपुर पहुंच जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी राजभवन में ठहरेंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सम्मेलन में तीनों दिन रहेंगे और वे सहकार मार्ग स्थित ऊर्जा विभाग के गेस्ट हाउस में ठहरेंगे। डोभाल भी प्रधानमंत्री के साथ ठहरेंगे।
पांच से सात जनवरी के बीच आयोजित होने वाले इस सम्मेलन के दौरान विभिन्न राज्यों के डीजीपी अलग-अलग विषयों पर आधारित विभिन्न सत्रों में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, केंद्रीय गृह सचिव, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक, और केंद्रीय पुलिस संगठनों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुख सम्मेलन में मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक सम्मेलन में आ रहे अधिकारी विधानसभा के नजदीक एमएलए फ्लैट्स में ठहरेंगे। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल प्रधानमंत्री मोदी के साथ राजभवन में ठहर सकते हैं। प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृह मंत्री व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की सुरक्षा के अलावा आने वाले अधिकारियों के आवास पर दो स्तरीय सुरक्षा रहेगी। आवास के अंदर व बाहर रहने वाले सुरक्षाकर्मियों की ड्रेस भी अलग रहेगी। इसके अलावा जिन अधिकारियों को सुरक्षा मापदंड दिए गए हैं, उन्हीं के अनुसार उनके आवागमन के दौरान सुरक्षा रहेगी। इन अधिकारियों के साथ निरीक्षक स्तर के एक-एक लाइजनिंग अधिकारी रहेंगे।
इंटेलिजेंस ब्यूरो ने 1920 में भारत में आईजीपी का पहला सम्मेलन आयोजित किया था और तब से, यह सम्मेलन नियमित रूप से नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा था। स्वतंत्रता के बाद आयोजित इस तरह के पहले सम्मेलन का उद्घाटन 12 जनवरी 1950 को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था। प्रारंभ में, यह एक द्विवार्षिक आयोजन था, लेकिन 1973 के बाद से इसे, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस संगठनों, साथ ही केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों के लिए एक वार्षिक सम्मेलन के रूप में आयोजित किया जाने लगा।
2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी ने डीजीपी कॉन्फ्रेंस में काफी दिलचस्पी दिखाई है। इस सम्मेलन में पिछले प्रधानमंत्रियों की सांकेतिक उपस्थिति होती थी जिसके विपरीत, प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन के सभी प्रमुख सत्रों में भाग लेते हैं। प्रधानमंत्री ने 2014 से इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय विस्तार देते हुए पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित करने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप 2014 से वार्षिक डीजीपी सम्मेलन देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में 58वां आयोजन राजस्थान के जयपुर में किया जा रहा है।
सम्मेलन में पुलिसिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे- सीमाओं को मजबूत करना, साइबर अपराध, डेटा प्रशासन, आतंकवाद विरोधी चुनौतियां, जेल सुधार, वामपंथी उग्रवाद या नक्सलवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी को शामिल किया जाएगा। यह चिन्हित विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस और खुफिया अधिकारियों के व्यापक विचार-विमर्श का परिणाम है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) की सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रत्येक थीम के तहत प्रस्तुत किया जाएगा ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें। राजस्थान में नई सरकार के गठन के बाद आयोजित होने वाला, यह पहला बड़ा राष्ट्रीय सम्मेलन होगा। यह सम्मेलन जयपुर के झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया जाएगा है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, केंद्रीय गृह सचिव, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक, साथ ही केंद्रीय पुलिस संगठनों और केंद्रीय सशस्त्र बलों के प्रमुख शामिल होंगे।