प्रदेश के निकायों में हजारों पद खाली पड़े हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का फोकस नई भर्तियों पर है। सीएम के निर्देश पर ही सीएमओ ने स्वायत्त शासन विभाग के खाली पदों व भर्तियों की ब्योरा मांगा। इसमें कांग्रेस और बीजेपी राज में 2 बार निकाल कर स्थगित की गई 27 हजार पदों की सफाई कर्मी भर्ती को गोल कर दिया गया। विभाग ने सीएमओ को 5 भर्तियों के पदों का ब्योरा देकर इतिश्री कर ली।
विभाग के 2500 खाली पदों का ब्योरा दिया है। लेकिन यह नहीं बताया कि पिछले 1 साल में विभाग ने कितनी भर्ती की। हकीकत यह है कि पिछले एक साल में भर्तियां निकालने और रद्द करने का कार्य ही चल रहा है। विभाग ने पहल कर कोई बड़ी भर्ती नहीं की.
86 नए निकायों में पद खाली, व्यवस्थाएं चरमराई :
पिछली सरकार में गठित किए 86 नए निकायों सीएमओ ने मांगा था खाली पदों का विवरण सीएमओ ने स्वायत्त शासन विभाग से खाली पड्डे पदों का ब्योरा मांगा था। इसका विवरण तो दिया लेकिन बड़ी भर्ती का ब्योरा नहीं दिया। सफाई कर्मी भर्ती सरकार वैसे ही स्थगित कर चुकी। स्वायत्त शासन विभाग की ओर से फ़ायरमैन के 890 पद, अग्निशमन वाहन चालक के 441 पद, सहायक अग्निशमन अधिकारी के 48 पद, स्वास्थ्य निरीक्षक के 125 पद, राजस्व निरीक्षक के 184 पद, कनिष्ठ लिपिक के 903 खाली पदों का ब्यौरा दिया गया है। में भी पद खाली हैं। पूर्व सरपंचों के भरोसे काम चल रहे हैं। नए निकायों में नाम मात्र के काम हो रहे हैं। नगर पालिका का दर्जा दे दिया लेकिन कोई संसाधन नहीं दिए। नए पद नहीं दिए। न बजट है न ही कोई कार्य योजना दी गई है। सफाई के लिए उपकरण तक नहीं है